हमारे शास्त्रों में विचार का बहुत महत्व बताया गया है।हमारा मनोविज्ञान भी इसके बारे में संशोधन कर चुका है।हमारे विचार सर्वत्र व्याप्त है जो हम सोचते रहते हैं। उसका बहुत ही गहरा प्रभाव पड़ता है। कभी-कभी हमें प्रश्न होता है कि विचार का उद्भव कैसे होता है? विचार हमारे इंद्रियों पर आधारित रहते हैं। इंद्रियां पांच प्रकार की होती है आंख,नाक,कान,जीभ,त्वचा। यह इंद्रियां ही विचार के कारण है। विचार हमारे सांसो पर आधारित रहते हैं। विचार दो तरह के होते हैं: सकारात्मक और नकारात्मक। हम सकारात्मक विचार करते हैं तो उसका सकारात्मक परिणाम हमको प्राप्त होता है और जब हम नकारात्मक विचार करते हैं तो हमें उसका नकारात्मक परिणाम प्राप्त होता है। यह संपूर्णता हम पर आधार रखता है कि हम किस प्रकार के विचार करें। इसके पीछे एक बहुत बड़ा रहस्य है जो शब्द हम बोलते हैं उसका ब्रह्मांड में एक बहुत ही गहरा प्रभाव पड़ता है। इसलिए हमें इतना ही बो